ओ पापी मन करले भजन लिरिक्स - O Papi Man Karle Bhajan Lyrics
ओ पापी मन करले भजन,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
ओ पापी मन करले भजन,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
क्यों करता तू मेरा-मेरा,
ना कुछ तेरा न कुछ मेरा,
खाली हाथ आया है,
खाली हाथ जायेगा,
जैसा किया कर्म तूने वैसा ही फल पायेगा,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
भरी जबानी जी भर के सोया,
आया बुढ़ापा तो देख के रोया,
प्रभु की नज़र से तू बच नहीं पायेगा,
आयेगा बुढ़ापा तो थर थर कपेगा,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
पाया मनुष्य तन फिर क्यों रोया,
मोह माया के मध में तू क्यों सोया,
पाया है मनुष्य तन प्रभु के गुण गाये जा,
अपने हृदय को प्रभु भक्ति में लगाये जा,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
ओ पापी मन करले भजन,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछतायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा,
ओ पापी मन करले भजन - O Papi Man Karle Bhajan
ओ पापी मन करले भजन - O Papi Man Karle Bhajan Lyrics PDF
ओ पापी मन करले भजन, बाद में प्यारे पछतायेगा, जब, पिंजरे से पंछी निकल जायेगा, : यह भजन PDF में Download करें और ऑफलाइन भी पढ़ें।
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