जगत में, कोई न परमानेंट लिरिक्स जगत में, कोई न परमानेंट, (३) कोरस - जगत में, कोई न परमानेंट, (२) तेल चमेली चन्दन साबुन, कोरस - तेल चमेली चन्दन साबुन, अरे चाहे लगा लो भैया सेंट, जगत में कोई न परमानेंट, (२) कोरस - जगत में, कोई न परमानेंट, (२) तेल चमेली चन्दन साबुन, कोरस - तेल चमेली चन्दन साबुन, अरे चाहे लगा लो भैया सेंट, जगत में कोई न परमानेंट, (२) कोरस - जगत में, कोई न परमानेंट, आ... अवा गमन लगी दुनिया में, जगत है रेस्टोरेंट, कोरस - रे भैया जगत है रेस्टोरेंट हां हां अवा गमन लगी दुनिया में, जगत है रेस्टोरेंट, कोरस - रे भैया जगत है रेस्टोरेंट, अंत समय में उड़ जायेंगे, कोरस - अंत समय में उड़ जायेंगे, तेरे ये तंबू टेंट, जगत में कोई न परमानेंट, कोरस - जगत में कोई न परमानेंट, अंत समय में उड़ जायेंगे, कोरस - अंत समय में उड़ जायेंगे, तेरे ये तंबू टेंट, जगत में कोई न परमानेंट, कोरस - जगत में कोई न परमानेंट, हरिद्वार चाहे, मथुराकाशी, घूमों दिल्ली केंट, कोरस - ए भैया घूमों दिल्ली केंट, हो हो, हरिद्वार चाहे, मथुराकाशी, घूमों दिल्ली केंट, कोरस - ए भैया घूमों दिल्ली केंट, मन में नाम प्रभु का राखो, को...